महाराष्ट्र विधानसभा का शनिवार को विशेष सत्र बुलाया गया है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस) की सरकार थोड़ी देर में विश्वास मत (फ्लोर टेस्ट) साबित करेगी। सदस्यों की पूरी उपस्थिति के लिए गठबंधन ने व्हिप जारी किया है। वहीं, स्पीकर के पद के लिए कांग्रेस की तरफ से नाना पटोले और भाजपा के किसन कठोरे उम्मीदवार होंगे। इसके लिए रविवार को चुनाव होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बहुमत साबित करने के लिए उद्धव ठाकरे को 3 दिसंबर तक का वक्त दिया है। शुक्रवार को राकांपा के वरिष्ठ विधायक दिलीप वलसे पाटिल को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था।
इस बीच, अजित पवार से भाजपा सांसद प्रतापराव चिकलीकर ने मुलाकात की। इसके बाद अजित ने कहा, ''यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। भले ही हम अलग-अलग पार्टियों से हों, लेकिन एक-दूसरे के साथ संबंध रखते हैं। फ्लोर टेस्ट पर कोई चर्चा नहीं हुई। संजय राउत पहले ही कह चुके हैं कि हमारा गठबंधन आज सदन में संख्याबल साबित करेगा।''
सत्ता पक्ष और विपक्ष की बयानबाजी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ''नई सरकार ने सारे कानूनों का उल्लंघन करना तय किया है। नियम यह है कि राज्यपाल द्वारा नियुक्त प्रोटेम स्पीकर नए विधायकों द्वारा अध्यक्ष चुने जाने से पहले तक जिम्मेदारी संभालता है। इसके बावजूद प्रोटेम स्पीकर को बदल दिया गया। अब आपका बहुमत है तो परंपरा के हिसाब से अपना अध्यक्ष बनाएं। इसके बावजूद कालिदास कोलंबकर को इस्तीफा देना पड़ा और दिलीप वलसे पाटिल ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा।''
सीक्रेट बैलेट करवाइए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा: पाटिल
पाटिल ने यह भी कहा, ''नियम के अनुसार पहले विधानसभा अध्यक्ष के पद का चुनाव होता है। इसके बाद फ्लोर टेस्ट किया जाता है, लेकिन यहां फ्लोर टेस्ट पहले हो रहा है और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कल होगा। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव सीक्रेट बैलेट से न कर खुले रूप से करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर आपके पास 170+ विधायक हैं, तो आप डरते क्यों हैं? सीक्रेट बैलेट करवाइए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मैं चैलेंज देता हूं कि अगर सीक्रेट बैलेट से चुनाव करवाएंगे तो वे अपना विधानसभा अध्यक्ष नहीं चुन पाएंगे। हम प्रमुख विरोधी पक्ष के रूप में बहुत प्रभावी ढंग से काम करेंगे।''